Daily Archives: डिसेंबर 7, 2011

हे देवकी माता !

 

हे देवकी माता !

काय म्हणू ग तुजला देवकी   भाग्यवान की अभागी

ईश्वर तुझीया उदरी येवूनी    सुख न लाभले तुजलागी //

जन्मोजन्मीचे पुण्यसाचुनी     मात्रत्व लाभे स्त्रिजन्माला

तु तर असता जननी प्रभूची     तुजविण श्रेष्ठ म्हणू कुणाला  //

राज वैभवी वरात निघता      कारागृही तुज घेवून गेले

अवताराची चाहूल असूनी      दुःखी सारे जीवन गेले  //

कंसाने तव मुले मारीली      निष्ठूर होऊनी स्वार्थापोटी

तु गिळून घेशी दुःखे सारी    आगमन प्रभूचे होण्यासाठी //

ईश्वर येता तव उदरी     भाग्यवान तू ठरलीस

जनकल्याणा त्यागूनी त्याला    सर्व श्रेष्ठपदी गेलीस  //

(कविता)

डॉ. भगवान नागापूरकर

९००४०७९८५०